1. सादा जीवन, उच्च विचार: उसके जीने का ढंग बड़ा सरल था. पुराने और मैले कपड़े, बढ़ी हुई दाढ़ी, महीनों से जंग खाते दांत और पहाड़ों पर खानाबदोश जीवन. जैसे मध्यकालीन भारत का फकीर हो. जीवन में अपने लक्ष्य की ओर इतना समर्पित कि ऐशो-आराम और विलासिता के लिए एक पल की भी फुर्सत नहीं. और विचारों में उत्कृष्टता के क्या कहने! ‘जो डर गया, सो मर गया’ जैसे संवादों से उसने जीवन की क्षणभंगुरता पर प्रकाश डाला था.
Saturday, June 11, 2011
Tuesday, June 7, 2011
Wednesday, June 1, 2011
नहीं माने बाबा रामदेव, अनशन पर अड़े
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। बाबा रामदेव के आगे संप्रग सरकार बुधवार को पूरी तरह दंडवत नजर आई। उन्हें केंद्र सरकार ने किसी दूसरे देश के राष्ट्राध्यक्ष जैसा सम्मान दे दिया। वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी जैसे वरिष्ठ नेता समेत तीन मंत्री उनकी अगवानी करने नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे,
घर-घर जाकर महंगाई की थाह लेगा आरबीआइ
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। महंगाई से आम जनता कितनी परेशान है, इसकी थाह लेने के लिए रिजर्व बैंक [आरबीआइ] घर-घर जाकर सर्वेक्षण करेगा। यही नहीं आगे जब आरबीआइ के शीर्ष अधिकारी मौद्रिक नीति बनाने या ब्याज दरों को तय करने का फैसला करेंगे तो आम जनता के विचारों को भी ध्यान में रखेंगे।
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