Wednesday, June 1, 2011

घर-घर जाकर महंगाई की थाह लेगा आरबीआइ

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। महंगाई से आम जनता कितनी परेशान है, इसकी थाह लेने के लिए रिजर्व बैंक [आरबीआइ] घर-घर जाकर सर्वेक्षण करेगा। यही नहीं आगे जब आरबीआइ के शीर्ष अधिकारी मौद्रिक नीति बनाने या ब्याज दरों को तय करने का फैसला करेंगे तो आम जनता के विचारों को भी ध्यान में रखेंगे।

अभी देश के 12 शहरों में यह सर्वेक्षण किया जा रहा है, लेकिन केंद्रीय बैंक जल्दी ही अन्य शहरों व ग्रामीण इलाकों की जनता के बीच भी महंगाई का सर्वेक्षण करवाएगा।
आरबीआइ एक बाहरी एजेंसी के जरिए यह सर्वेक्षण फिलहाल देश के 4,000 घरों में करेगा। लोगों से कई तरह के उत्पादों की कीमतों के बारे में जानकारी ली जाएगी। यह भी जानने की कोशिश की जाएगी कि कुछ खास उत्पादों की कीमतों में कितना बदलाव आया है। वैसे केंद्रीय बैंक पहले भी इस तरह का सर्वे करवाता रहा है, लेकिन अब इसका विस्तार किया जा रहा है ताकि महंगाई के असर की ज्यादा व्यापक जानकारी जुटाई जा सके।
इस तथ्य का खाका तैयार किया जा रहा है कि किस तरह से इस सर्वे को दूरदराज के इलाकों में ले जाया जा सके।
देश में महंगाई रोकने में रिजर्व बैंक की भूमिका बेहद अहम होती है। मौद्रिक उपायों के जरिये वह महंगाई थामने के लिए कदम उठाता है। इसी क्रम में पिछले डेढ़ वर्षो से ब्याज दरों में लगातार वृद्धि की जा रही है। इसके बावजूद महंगाई की स्थिति में खास सुधार नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि केंद्रीय बैंक अगले कुछ हफ्तों में एक बार फिर ब्याज दरों में वृद्धि करने का एलान करेगा।

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